सरदार बी.एस.पाबला के पुत्र गुरप्रीत सिंह का एक पुराना चित्र |
मैंने विगत दिन शनिवार को फेसबुक के मित्र संजीव तिवारी (https://www.facebook.com/ tiwari.sanjeeva) की वाल पर पढ़ा कि-बहुत ही दुखद सूचना है कि हरदिल अजीज़ बी.एस.पाबला (https://www.facebook.com/ bspabla) जी
के युवा पुत्र गुरप्रीत सिंह (https://www.facebook.com/gurupreets) का आकस्मिक निधन आज प्रात: भिलाई में हो गया.
गुरप्रीत की अंतिम यात्रा कल 12 बजे दोपहर बी.एस.पाबला जी के रूआंबांधा,
भिलाई निवास से निकलेगी. हम सब इस नाजुक और असह्य दुख की घड़ी में पाबला जी
के साथ हैं.
सरदार बी.एस.पाबला के पुत्र गुरप्रीत सिंह का एक पुराना चित्र |
ईश्वर गुरप्रीत की आत्मा को शांति प्रदान करे. यह पढ़कर यकीन
नहीं हुआ और विश्वास नहीं हो रहा लेकिन सत्य को स्वीकार करना ही होता है. इस
घटना ने हमें काफी दुःख पहुँचाया था इस कारण अगले दिन रविवार को फेसबुक पर
किसी कार्य में मन नहीं लग रहा था. शनिवार को घटी एक घटना में हमारे मित्र
सरदार बी.एस. पाबला (बहुत ही मददगार मित्र है वो, मुझे आज भी याद है जब मैंने ब्लॉग जगत में कदम रखा ही था. तब सबसे पहले उनका ही फोन आया था और काफी देर मुझसे बात की एवं समय-समय पर अनेकों तकनीकी जानकारी भी दी है) के युवा पुत्र गुरप्रीत
सिंह की अल्पायु में डेथ हो गई और उनको भला कैसे सब्र आएगा ? उनको सब्र रखने के
लिए बोलने वाले वो शब्द कहाँ से लेकर आऊं ? बड़ा मुश्किल होता है ऐसे पलों
में किसी को भी समझाना. मगर मित्रता का तकाजा है कि उन्हे अकेलापन महसूस ना
होने दिया जाए. पता नहीं क्यों भगवान भी इतने अच्छे व्यक्ति को ऐसे दुःख
क्यों देते हैं ? दूसरी घटना में हमारी दूसरी फेसबुक की आई.डी किसी ने हैंग
कर ली. उसमें गुरुमीत के दोस्त वैभव द्विवेदी(https://www.facebook.com/vaibhavrai86) से हमारी दोस्ती थी. उसके दोस्त तक भी हम
अपनी सात्वना नहीं पहुंचा पा रहे थें.
मेरे मित्र सरदार बी.एस.पाबला |